दोस्तों, क्या आप भी आंवला के नाम से ही मुंह बनाने लगते हैं?
यह सच है कि आंवला बेहद गुणकारी है, लेकिन इसकी खटास के कारण इसे खाना कई लोगों के लिए एक चुनौती बन जाता है। पर क्या फायदों की इस खान को सिर्फ खटास की वजह से ignore कर देना सही है? जी नहीं!
इस लेख में, हम आपके लिए आंवला खाने के 5 ऐसे आसान और प्रैक्टिकल तरीके लेकर आए हैं, जिन्हें अपनाकर आप न सिर्फ इसके फायदे उठा पाएंगे, बल्कि इसे खाने का आनंद भी लेने लगेंगे। साथ ही, हम आंवला के ऐसे गहरे फायदों के बारे में भी बात करेंगे, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे – स्किन और बालों से लेकर फैटी लीवर, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और किडनी तक के लिए यह एक रामबाण औषधि है।
तो चलिए, बिना समय गंवाए, शुरू करते हैं।
आंवला क्यों है एक "सुपरफूड"? विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स का खजाना
आयुर्वेद में सैकड़ों सालों से आंवले को "रसायन" यानी कायाकल्प करने वाला फल माना गया है। आधुनिक विज्ञान भी अब इसके गुणों पर अपनी मुहर लगा रहा है।
1. विटामिन सी का पावरहाउस
आपने सुना होगा कि आंवले में विटामिन सी भरपूर होता है, लेकिन कितना? एक आंवले में लगभग 20 संतरों के बराबर विटामिन सी होता है! यानी दिनभर की विटामिन सी की जरूरत सिर्फ एक आंवला खाकर पूरी की जा सकती है।
स्किन के लिए वरदान: विटामिन सी हमारी स्किन को कोलेजन बनाने में मदद करता है। कोलेजन बनता रहेगा तो झुर्रियां जल्दी नहीं पड़ेंगी और दाग-धब्बे कम होंगे। महंगे कोलेजन सप्लीमेंट्स लेने से बेहतर है रोज एक आंवला खाना।
खून की कमी दूर करे: विटामिन सी शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है, इसलिए यह एनीमिया (खून की कमी) में बहुत फायदेमंद है।
इम्यूनिटी बूस्टर: विटामिन सी हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है, जिससे सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियां कम होती हैं।
यूरिक एसिड कंट्रोल करे: इसके नियमित सेवन से यूरिक एसिड का लेवल कम होता है, जिससे गाउट जैसी बीमारी का खतरा घट जाता है।
2. एंटीऑक्सीडेंट्स का बादशाह
आंवला सिर्फ विटामिन सी तक सीमित नहीं है। इसमें मौजूद शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स इसे एक अलग ही लेवल पर ले जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स वो compounds होते हैं जो शरीर में मौजूद हानिकारक फ्री रेडिकल्स को नष्ट करते हैं और सेलुलर डैमेज को रोकते हैं।
आंवले की एंटीऑक्सीडेंट क्षमता का अंदाजा इसी बात से लगाइए:
ब्लूबेरी से 50 गुना ज्यादा
गोजी बेरी से 75 गुना ज्यादा
अकाई बेरी से ढाई गुना ज्यादा
अनार से 17 गुना ज्यादा
यही कारण है कि आंवला क्रॉनिक बीमारियों जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, अर्थराइटिस और किडनी की समस्याओं में अंदरूनी रूप से काम करके शरीर को दोबारा जीवंत करता है।
विज्ञान की जुबानी: आंवला इन बीमारियों में है रामबाण
1. डायबिटीज (मधुमेह) में फायदेमंद
2018 की एक स्टडी में, जिन डायबिटिक मरीजों ने 21 दिन तक लगातार सिर्फ आधा चम्मच आंवला पाउडर लिया, उनकी फास्टिंग और पोस्ट-मील ब्लड शुगर का लेवल काफी कम पाया गया।
2. हार्ट और कोलेस्ट्रॉल के लिए वरदान
एक अध्ययन में हार्ट के मरीजों को तीन महीने तक आधा चम्मच आंवला पाउडर दिया गया। इसके परिणाम में उनका ट्राइग्लिसराइड्स और बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल कम हुआ। वैज्ञानिकों ने पाया कि आंवला दिल की नसों को खोलने में मदद करता है, जिससे ब्लड प्रेशर स्वतः ही नियंत्रित हो जाता है।
3. फैटी लीवर की समस्या में कारगर
कई शोधों में यह बात सामने आई है कि आंवले का नियमित सेवन फैटी लीवर ही नहीं, बल्कि लीवर की लगभग हर समस्या में राहत दिलाता है।
4. बालों और आंखों के लिए फायदेमंद
स्टडीज में देखा गया है कि आंवला खाने से न सिर्फ बालों का झड़ना रुकता है, बल्कि उनकी ग्रोथ भी बढ़ती है। यह एक नेचुरल DHT ब्लॉकर है (DHT बाल झड़ने का एक प्रमुख कारण है)। इसी तरह, आंवला आंखों की रोशनी बढ़ाता है, डार्क सर्कल्स हल्के करता है और मोतियाबिंद का खतरा 86% तक कम करता है।
5. पाचन तंत्र को दुरुस्त रखे
जिन लोगों को कब्ज या गैस की समस्या रहती है, उनके लिए आंवला रामबाण है। इसमें मौजूद कुछ विशेष एंटीऑक्सीडेंट्स पेट और आंतों में अल्सर बनने से रोकते हैं और मौजूद अल्सर को ठीक करने में मदद करते हैं। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर में भी डॉक्टर्स अब आंवला सप्लीमेंट लेने की सलाह दे रहे हैं।
आंवला खाने के 5 आसान और प्रैक्टिकल तरीके (No More Excuses!)
अब बात आती है उन तरीकों की, जिन्हें अपनाकर आप आंवले की खटास से बचते हुए इसके सारे फायदे आसानी से ले सकते हैं।
तरीका 1: घर पर बनाएं टेस्टी और हेल्दी आंवला जूस
यह सबसे लोकप्रिय और असरदार तरीका है। बाजार से पैक्ड जूस खरीदने की जरूरत नहीं, खासकर आंवले के सीजन में जब यह सस्ता मिल रहा हो।
बनाने की विधि:
एक ताजा आंवला लेकर उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
मिक्सी जार में कटे हुए आंवले डालें।
इसमें स्वाद और गुणों को बढ़ाने के लिए थोड़ा सा जीरा, काली मिर्च, अदरक, नमक और थोड़ा पानी मिलाएं।
इन सभी चीजों को अच्छी तरह ब्लेंड कर लें।
तैयार मिश्रण को एक साफ कपड़े से छान लें।
छने हुए जूस में अपने स्वादानुसार थोड़ा सा शहद और पानी मिलाकर पिएं।
विशेष टिप्स:
फैट लॉस के लिए: अदरक और काली मिर्च के साथ बना आंवला जूस बॉडी फैट को कम करने में बहुत प्रभावी है।
बाल झड़ने के लिए: जूस बनाते समय आंवले के साथ 5-7 कड़ी पत्ते (मीठा नीम) भी ब्लेंड करें। यह कॉम्बिनेशन हेयर फॉल रोकने के लिए जबरदस्त काम करता है।
डायबिटीज के लिए: आयुर्वेद में "निशा-अमलकी" (हल्दी और आंवला) को बेस्ट माना गया है। जूस बनाते समय थोड़ी सी हल्दी और एक चुटकी काली मिर्च डालें (मीठे के लिए गुड़ का इस्तेमाल कम मात्रा में करें)।
सबसे अच्छा समय: आंवला जूस पीने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट, नाश्ते से लगभग आधा-एक घंटा पहले है।
क्या खाली पेट आंवला जूस पीने से एसिडिटी होगी?
बिल्कुल नहीं! आंवला देखने में भले ही खट्टा लगे, लेकिन यह शरीर के लिए अल्कलाइन (क्षारीय) है। 70 लोगों पर हुई एक स्टडी में, जिन्होंने आंवला लिया, उनकी एसिडिटी, सीने में जलन और खट्टी डकार जैसी समस्याएं काफी कम हुईं।
तरीका 2: आलसी लोगों के लिए परफेक्ट तरीका - खाने के साथ उबालकर खाएं
यह तरीका मेरा निजी फेवरेट है और इसी की वजह से मैं रोज 2-3 आंवले आराम से खा लेता हूं।
कैसे करें:
जब भी आप चावल या कोई सब्जी बना रहे हों, उसमें एक पूरा आंवला बिल्कुल वैसे ही डाल दें, जैसे आप आलू या कोई अन्य सब्जी डालते हैं।
खाने के साथ-साथ आंवला भी उबल जाएगा और नरम हो जाएगा।
खाना परोसते समय इस उबले हुए आंवले को निकालकर, अचार की तरह खाने के साथ खाएं।
फायदा: उबल जाने के बाद आंवले की खटास काफी कम हो जाती है और यह खाने में बहुत स्वादिष्ट लगता है। हां, पकाने से कुछ पोषक तत्व थोड़े कम हो सकते हैं, लेकिन यह तरीका इतना प्रैक्टिकल है कि आप रोजाना आसानी से आंवला खा सकते हैं, जो लंबे समय में ज्यादा फायदेमंद साबित होता है।
तरीका 3: पारंपरिक और टेस्टी - आंवले का अचार
हमारी दादी-नानी आंवले के सीजन में इसका अचार जरूर बनाकर रखती थीं, जो कई महीनों चलता था। आप भी आसानी से आंवले का अचार बना सकते हैं। आप चाहें तो नमक की जगह सेंधा नमक और लाल मिर्च की जगह काली मिर्च का इस्तेमाल कर एक हेल्दी वर्जन भी तैयार कर सकते हैं।
तरीका 4: सीजन के बाद भी फायदा लें - आंवला पाउडर
जब आंवला सीजन में नहीं होता, तब आंवला पाउडर एक बेहतरीन विकल्प है। आप ताजे आंवले को धूप में सुखाकर घर पर ही पाउडर बना सकते हैं या बाजार से शुद्ध आंवला पाउडर खरीद सकते हैं।
सेवन का तरीका:
आधा चम्मच आंवला पाउडर को आधे चम्मच शहद में मिलाकर सुबह खाली पेट चाट लें।
स्पेशल टिप: आमलकी रसायन
आयुर्वेद में आंवला पाउडर को आंवले के रस में घोटकर एक शक्तिशाली औषधि बनाई जाती है, जिसे "आमलकी रसायन" कहते हैं। इसे सामान्य आंवला पाउडर से 5-6 गुना ज्यादा प्रभावी माना जाता है। यह शरीर में गर्मी, मुंह के छाले, आयरन की कमी, कमजोर नजर और बाल झड़ने की समस्या में विशेष रूप से दी जाती है। इसे भी शहद के साथ ले सकते हैं।
तरीका 5: मीठा पसंद करने वालों के लिए - आंवला मुरब्बा (सावधानी के साथ)
आंवला मुरब्बा बहुत लोकप्रिय है, लेकिन इसमें चीनी की मात्रा अधिक होती है। अगर आप इसे खाना चाहते हैं, तो एक टिप अपनाएं: खाने से पहले मुरब्बे को हल्के गुनगुने पानी से धो लें। इससे अतिरिक्त चाशनी हट जाएगी और सिर्फ वही चीनी रहेगी जो आंवले ने सोखी है। आजकल कुछ ब्रांड्स शहद या गुड़ से भी आंवला मुरब्बा बना रहे हैं, जो बेहतर विकल्प हैं।
बोनस: आंवला के साथ जोड़ें एक और सुपरफूड - देसी घी
जैसे आंवला एक सुपरफूड है, वैसे ही देसी गाय का घी भी है। असली देसी घी (जो देसी गायों के दूध से बिलोना विधि से बनता है) शरीर के लिए अमृत के समान है।
यह कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ाता, बल्कि कम करता है।
इसमें CLA होता है, जो फैट लॉस में मददगार है।
यह जोड़ों को चिकनाई देता है और याददाश्त बढ़ाता है।
अपने आहार में रोजाना एक चम्मच देसी घी (कच्चा या सब्जी में डालकर) जरूर शामिल करें। यह आंवला के प्रभाव को और बढ़ा देगा।
निष्कर्ष
दोस्तों, आंवला प्रकृति की ओर से हमें मिला एक अनमोल तोहफा है। इसकी खटास से डरकर हम इसके असंख्य फायदों से वंचित न रह जाएं। ऊपर बताए गए 5 तरीकों में से कोई एक तरीका अपनाएं और अपनी दिनचर्या में आंवले को शामिल करें। चाहे जूस के रूप में हो, उबालकर हो या पाउडर के रूप में – नियमित रूप से इसका सेवन आपके समग्र स्वास्थ्य में एक नया जीवन ला सकता है।
तो क्या सोच रहे हैं? अगली बार मार्केट जाएं और ताजे, हरे आंवले जरूर खरीदकर लाएं। सेहत का यह खजाना आपके हाथ से निकलने न दें
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