Healthy खाने के लिए क्या चीज़ ख़रीदें और क्या ना ख़रीदें? - Healthy Grocery Shopping

Healthy Grocery Shopping tips

क्या आप जानते हैं कि आपकी सेहत का 80% हिस्सा आपके खान-पान पर निर्भर करता है? हम अक्सर पैसे बचाने के चक्कर में सस्ते, प्रोसेस्ड और अस्वस्थ खाद्य पदार्थ खरीद लेते हैं, लेकिन भूल जाते हैं कि यही आदत भविष्य में डॉक्टरों और अस्पतालों के बिलों के रूप में आपको भारी पड़ सकती है।

स्वस्थ खाना महंगा हो सकता है, लेकिन बीमारी उससे कहीं ज्यादा महंगी है। इसलिए, आज हम आपको स्वस्थ ग्रोसरी शॉपिंग का एक पूर्ण गाइड दे रहे हैं — जिसमें बताया गया है कि क्या खरीदें, क्यों खरीदें और कहां से खरीदें। यह लेख न केवल आपकी सेहत को बेहतर बनाएगा, बल्कि आपके बजट को भी संतुलित रखेगा।


1.अनाज: स्वस्थ ऊर्जा का प्राकृतिक स्रोत 

अनाज हमारे शरीर के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत हैं। लेकिन सभी अनाज समान नहीं होते।

1.1 ओट्स: फाइबर का खजाना 
ओट्स में सॉल्यूबल और इनसॉल्यूबल फाइबर दोनों होते हैं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं।

  • रोल्ड ओट्स: जल्दी पक जाते हैं, ब्रेकफास्ट के लिए आदर्श।
  • स्टील कट ओट्स: कम प्रोसेस्ड, अधिक पोषक — ये असल में "ओट्स का दलिया" होते हैं।

टिप: ओवरनाइट ओट्स बनाने के लिए रात भर दही या दूध में भिगो दें। सुबह तैयार!

1.2 अन्य स्वस्थ अनाज 

  • जौ का दलिया: कोलेस्ट्रॉल कम करता है।
  • बाजरा, ज्वार, रागी: गर्मियों में जौ और ज्वार, सर्दियों में बाजरा खाएं।
  • ब्राउन राइस: व्हाइट राइस की जगह ब्राउन राइस खाएं — इसमें फाइबर और विटामिन्स ज्यादा होते हैं।
  • मिलेट्स (छोटे अनाज): ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और वजन नियंत्रित करने में मददगार।

1.3 क्या न खरीदें? 

  • कॉर्नफ्लेक्स
  • चोको फ्लेक्स
  • रेडी-टू-ईट म्यूजली
    इनमें छुपी चीनी और कृत्रिम सामग्री होती है, जो सेहत के लिए हानिकारक है।

2. आटा: रोटी का स्वाद और सेहत दोनों बढ़ाएं 

रोटी बिना भारतीय खाना अधूरा है। लेकिन आटे का चुनाव आपकी सेहत का निर्णायक हो सकता है।

2.1 देसी आटा चक्की का आटा 

  • फ्रेश आटा अधिक पोषक होता है।
  • आयुर्वेद कहता है: "एक महीने से पुराना आटा सिर्फ पेट भरता है, ताकत नहीं देता।"
  • चौकर (भूसी) सहित पीसा गया आटा फाइबर और B-विटामिन्स से भरपूर होता है।

टिप: गेहूं के आटे में 250 ग्राम काले चने का आटा मिलाएं — रोटी प्रोटीन रिच बन जाएगी!

2.2 कहां से खरीदें? 

  • Google पर सर्च करें: "आटा चक्की near me"
  • हर शहर में छोटी-बड़ी आटा चक्कियां मौजूद हैं।
  • पैकेट वाले "आटा चक्की" ब्रांड्स पर भरोसा न करें — वे अक्सर रिफाइंड आटा होते हैं।

3. दालें: प्रोटीन और फाइबर का प्राकृतिक स्रोत 

दालें भारतीय भोजन की आत्मा हैं।

3.1 साबुत दालें बनाम धुली दालें 

  • साबुत दालें (जैसे छोले, राजमा, मूंग साबुत) अधिक पोषक होती हैं।
  • धुली दालों में फाइबर और विटामिन्स की कमी होती है।

3.2 दाल भिगोने का महत्व 

  • दाल को कम से कम 4 घंटे भिगोएं
  • इससे पाचन आसान होता है और पोषक तत्व शरीर को बेहतर तरीके से मिलते हैं।

4. फल और सब्जियां: सीजनल और फ्रेश का चुनाव 

4.1 सब्जी मंडी = स्वास्थ्य का खजाना 

  • सुपरमार्केट में तरबूज सर्दियों में भी मिल जाता है — लेकिन क्या वह स्वस्थ है?
  • सब्जी मंडी में केवल सीजनल और फ्रेश सब्जियां मिलती हैं।
  • जो सब्जी/फल महंगा है, वह अक्सर सीजन से बाहर होता है।

4.2 ऑर्गेनिक का सच

  • ऑर्गेनिक सब्जियां डेली लाइफ में व्यावहारिक नहीं
  • बेहतर विकल्प: फ्रेश सब्जी + कपालभाति (10 मिनट/दिन) — यह शरीर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करता है।

4.3 खरीदते समय सावधानी 

  • चमकदार, बहुत साफ दिखने वाली सब्जियां से बचें — इन पर वैक्स या केमिकल्स हो सकते हैं।
  • थोड़ी "नॉर्मल" दिखने वाली सब्जियां ही असली होती हैं।

5. स्वस्थ वसा (Healthy Fats): दिल और दिमाग के लिए जरूरी 

5.1 सस्ते और स्वस्थ विकल्प 

  • मूंगफली: रोस्टेड मूंगफली स्नैक के लिए बेहतरीन।
  • बादाम, काजू, अखरोट: ओमेगा-3 के स्रोत।
  • अलसी के बीज, चिया सीड्स: हार्ट और स्किन के लिए फायदेमंद।

5.2 सर्दियों के लिए स्पेशल 

  • तिल के लड्डू, अलसी के लड्डू — शरीर को गर्मी और पोषण दोनों देते हैं।

5.3 मिठास का सही विकल्प 

  • चीनी कभी न खरीदें!
  • विकल्प: गुड़, खांड, धागेवाली मिश्री

6. स्नैक्स: बिना गिल्ट के क्रंच! 

6.1 मखाना: सुपरफूड स्नैक

  • घर पर घी में रोस्ट करें, मसाला डालें।
  • पैकेट वाले मखाने में फिलर्स और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं — इनसे बचें।

6.2 अन्य स्वस्थ स्नैक्स 

  • भुना चना
  • सत्तू पाउडर: मीठा या नमकीन — दोनों तरीकों से पीएं।
  • घर पर बना पॉपकॉर्न (कर्नल्स से)

6.3 क्या न खरीदें? 

  • चिप्स, बिस्किट, मैगी, कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम, चॉकलेट — ये सभी खाली कैलोरी देते हैं।

7. तेल: कच्ची घानी का चमत्कार 

7.1 कोल्ड प्रेस्ड ऑयल = स्वास्थ्य का राज 

  • रिफाइंड तेल में पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।
  • कच्ची घानी (कोल्ड प्रेस) से निकला तेल प्राकृतिक गंध और पोषण बनाए रखता है।

7.2 क्षेत्रानुसार तेल का चुनाव 

  • उत्तर/पूर्व: सरसों का तेल
  • पश्चिम: मूंगफली का तेल
  • आंध्र: तिल का तेल
  • केरल: नारियल तेल

सावधानी: ₹150/लीटर वाला "कच्ची घानी" तेल अक्सर मिलावटी होता है। असली तेल ₹180–200/लीटर आता है।


8. डेयरी उत्पाद: दूध की असली गुणवत्ता 

    8.1 देसी गाय का दूध = अमृत 

  • पैकेट वाले दूध पर भरोसा न करें।
  • गौशाला से दूध लें — जहां केवल देसी गायें हों।
  • वैकल्पिक: A2 मिल्क (Google पर "A2 milk near me" सर्च करें)।

    8.2 घर पर बनाएं डेयरी प्रोडक्ट्स 

  • दूध से दही, पनीर, घी बनाएं।
  • पनीर बनाने के बाद बचा व्हे वॉटर आटा गूंथने या दाल में डालें — यह प्रोटीन से भरपूर होता है।

    9. बोनस: स्वस्थ टूथपेस्ट का चुनाव 

  • कमर्शियल टूथपेस्ट में सोडियम लॉरिल सल्फेट, फ्लोराइड जैसे हानिकारक केमिकल्स होते हैं।
  • आयुर्वेदिक टूथपेस्ट (जैसे आयरडेंट) 100% नेचुरल और टॉक्सिन-फ्री होता है।

निष्कर्ष: स्वस्थ खरीदारी = स्वस्थ जीवन (H2)
स्वस्थ खाना महंगा नहीं है — अस्वस्थ जीवन महंगा है। आज से ही अपनी ग्रोसरी लिस्ट बदलें:

  • फ्रेश, सीजनल और कम प्रोसेस्ड चीजें खरीदें।
  • पैकेट वाले, रेडी-टू-ईट उत्पादों से दूर रहें।
  • अपने पैसों को सेहत पर निवेश करें, न कि बीमारियों पर।

याद रखें: जो आप खरीदते हैं, वही आप खाते हैं। और जो आप खाते हैं, वही आप बनते हैं। 

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