ये खाये Piles खुद होगी ठीक - Piles Permanent Solution

Piles Permanent Solution


पाइल्स या बवासीर एक ऐसा संवेदनशील और आम समस्या है, जिसका सामना भारत में हर साल लाखों लोग करते हैं। यह समस्या हमारी डाइजेस्टिव सिस्टम से जुड़ी होती है और इसके कारण कई बार दर्द, जलन, खुजली और ब्लीडिंग जैसी समस्याएं होती हैं। 

लेकिन क्या आप जानते हैं कि सही खानपान और जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव करके आप पाइल्स को जड़ से ठीक कर सकते हैं? इस लेख में हम पाइल्स के कारण, लक्षण, और सबसे महत्वपूर्ण बात, इसे ठीक करने के लिए क्या न खाएं और क्या जरूर खाएं, इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे। 

साथ ही, आयुर्वेद के अनुसार एक प्रभावी घरेलू उपचार भी जानेंगे जो आपकी पाइल्स की समस्या को स्थायी रूप से कम कर सकता है। आइए जानते हैं कि कैसे अपनी डाइट और आदतों में सुधार कर आप पाइल्स से छुटकारा पा सकते हैं।

पाइल्स क्या है? समझिए इस समस्या को

पाइल्स या बवासीर एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुदा क्षेत्र के आसपास की नसें सूज जाती हैं और फूलकर मस्से जैसे बन जाती हैं। अगर ये मस्से अंदर होते हैं तो इसे इंटरनल पाइल्स कहते हैं और अगर बाहर आ जाते हैं तो एक्सटर्नल पाइल्स। पाइल्स में मुख्य लक्षणों में दर्द, जलन, खुजली और सबसे ज्यादा खतरा ब्लीडिंग का होता है।

पाइल्स क्यों होती है?

  • टॉयलेट करते समय अत्यधिक जोर लगाना।
  • कब्ज या सख्त मल होना।
  • घंटों एक ही जगह बैठे रहना, खासकर ड्राइवर्स और ऑफिस कर्मचारियों में यह ज्यादा देखा गया है।
  • रात को भारी और देर से खाना खाना।
  • टॉयलेट जेट का तेज प्रेशर।
  • खड़े होकर खाना-पीना।

इन आदतों से गुदा क्षेत्र में दबाव बढ़ता है, जिससे नसें सूज जाती हैं और पाइल्स की समस्या होती है।

पाइल्स में क्या न खाएं: जरूरी सावधानियां

पाइल्स के इलाज में खानपान की भूमिका सबसे अहम होती है। कुछ चीजें ऐसी हैं जो पाइल्स की समस्या को बढ़ा देती हैं, इसलिए इन्हें पूरी तरह से या कम से कम दो महीने के लिए बंद कर देना चाहिए।

1. मिर्च-मसाले और गर्म मसाले

पाइल्स में सबसे पहले मिर्च मसालों का सेवन बंद करें। लाल मिर्च पाउडर और गरम मसालों से आंतों में गर्मी और सूजन बढ़ती है, जिससे समस्या और गंभीर हो जाती है। हल्की हरी मिर्च का सेवन थोड़ा कम किया जा सकता है, लेकिन लाल मिर्च से बचना जरूरी है।

2. बैंगन और कुछ अन्य सब्जियां

आयुर्वेद में बैंगन को पाइल्स में वर्जित माना गया है क्योंकि यह समस्या को बढ़ाता है। इसके अलावा चिपचिपी सब्जियां जैसे कटहल, जिमकंद, भिंडी, अरबी भी कब्ज और सूजन बढ़ा सकती हैं।

3. गैस बनाने वाली दालें

राजमा, अरहर और उड़द की दालें गैस बनाती हैं और पाइल्स में नुकसान पहुंचा सकती हैं। इनके बजाय मूंग, मसूर, काला चना जैसी दालें लें जो फाइबर से भरपूर होती हैं और कब्ज नहीं होने देतीं।

4. तला हुआ और फ्राइड खाना

फ्राइड फूड पाचन को धीमा करता है और आंतों में गर्मी और सूजन बढ़ाता है। बाहर के डीप फ्राइड स्नैक्स से बचें और घर पर भी पाइल्स के दौरान तला हुआ खाना कम से कम दो महीने के लिए बंद कर दें।

5. मैदे से बने बेकरी प्रोडक्ट्स

ब्रेड, बिस्किट, केक, पेस्ट्री जैसे मैदे के उत्पादों में फाइबर की कमी होती है, जो कब्ज का कारण बन सकते हैं और पाइल्स को बढ़ा सकते हैं।

6. नॉनवेज और रेड मीट

नॉनवेज खासकर रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट पाचन में देर करते हैं और आंतों में गर्मी बढ़ाते हैं, इसलिए पाइल्स में इनसे बचना चाहिए।

7. अत्यधिक चाय, कॉफी और अल्कोहल

इनसे शरीर में पानी की कमी होती है जिससे मल सख्त हो जाता है और पाइल्स की समस्या बढ़ जाती है।

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पाइल्स में क्या खाएं: आराम और ठीक होने के लिए फायदेमंद खाद्य पदार्थ

पाइल्स के दौरान सही खाद्य पदार्थों का सेवन करना बहुत जरूरी है ताकि कब्ज न हो और सूजन कम हो।

1. छाछ

छाछ पाइल्स के लिए एक आदर्श पेय है। यह ठंडी होती है, आंतों को लुब्रिकेट करती है और मल को नरम बनाती है। रोजाना लंच के बाद एक गिलास छाछ पीना चाहिए। इसके साथ सेंधा नमक, काला नमक या भुना जीरा डालकर पी सकते हैं। ध्यान रखें कि छाछ शाम 4 बजे के बाद न लें।

2. फलों का सेवन

  • अंजीर, खजूर और मुनक्का: रात को आधे गिलास पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट सेवन करें। ये कब्ज तोड़ने और मल को नरम बनाने में मदद करते हैं।
  • सेब: पेक्टिन से भरपूर होता है जो मल को नरम करता है। नाश्ते में या लंच के बाद 2 घंटे में एक सेब खाएं।
  • नाशपाती: फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर, यह आंतों की सूजन कम करता है। जब भी बाजार में मिले, जरूर खाएं।
  • केला: पूरी तरह पका हुआ और काले धब्बों वाला केला पित्त और वात दोष को कम करता है। अधपका केला न खाएं।

3. सब्जियां

  • पत्ता गोभी: इसमें इनसॉल्यूबल फाइबर और ग्लूकोसिनोलेट्स होते हैं जो पाचन तंत्र के लिए लाभकारी हैं।
  • तोरी / तुरई: हल्की और ठंडी तासीर वाली सब्जी जो आंतों को मजबूत करती है।
  • लौकी, कद्दू, टिंडा: ये सब्जियां भी पाइल्स में आराम देती हैं।
  • मूली: सर्दियों में कच्ची मूली का सेवन पाइल्स में लाभकारी होता है।

4. दालें

राजमा, अरहर और उड़द से बचें। मूंग, मसूर, काला चना और सफेद चना जैसी दालें लें जो फाइबर में उच्च और पाचन में आसान होती हैं।

5. साबुत अनाज

ब्राउन राइस, मिलेट्स, ओट्स जैसे चोकर वाले अनाज कब्ज से बचाते हैं और पाचन को बेहतर बनाते हैं।

पाइल्स के लिए प्रभावी आयुर्वेदिक घरेलू उपचार

आयुर्वेद में पाइल्स का ऑपरेशन बहुत ही दुर्लभ मामलों में किया जाता है। ज्यादातर मामलों में खानपान सुधार और घरेलू उपचार से पाइल्स ठीक हो जाता है।

नारियल की जटाओं की भस्म

नारियल की जटाएं मंदिर के पास आसानी से मिल जाती हैं। इन्हें खुली जगह पर जलाकर पूरी तरह भस्म बना लें। इस भस्म का एक चौथाई चम्मच रोजाना छाछ के साथ लें। इसे लेने के बाद कम से कम एक घंटे तक कुछ भी खाने-पीने से बचें। दिन में तीन बार यह उपचार करने से पाइल्स में काफी आराम मिलता है।

पाइल्स में खानपान और जीवनशैली सुधार के लिए सारांश तालिका

श्रेणी क्या न खाएं क्या खाएं
मसाले लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाले हल्की हरी मिर्च, कम मसाले वाली सादी सब्जियां
सब्जियां बैंगन, कटहल, जिमकंद, भिंडी, अरबी पत्ता गोभी, तोरी, लौकी, कद्दू, टिंडा, मूली (सीजन में)
दालें राजमा, अरहर, उड़द हरी मूंग, मसूर, काला चना, सफेद चना
अन्य खाद्य पदार्थ फ्राइड फूड, मैदे से बने बेकरी प्रोडक्ट्स, नॉनवेज, अधिक चाय-कॉफी-शराब छाछ, सेब, नाशपाती, पका केला, साबुत अनाज

निष्कर्ष

पाइल्स एक सामान्य लेकिन असुविधाजनक समस्या है, जिसे नजरअंदाज करना सही नहीं है। सही खानपान, जीवनशैली में सुधार और नियमित घरेलू उपचार से आप इसे जड़ से ठीक कर सकते हैं। सबसे जरूरी है कि आप मिर्च मसालों, तले-भुने खाद्य पदार्थों, मैदे से बने बेकरी प्रोडक्ट्स और नॉनवेज से बचें। 

इसके बजाय छाछ, फल, हल्की सब्जियां और फाइबर युक्त दालों को अपनी डाइट में शामिल करें। आयुर्वेदिक भस्म जैसे नारियल की जटाओं की भस्म भी इस समस्या में आश्चर्यजनक राहत देती है।

याद रखिए, पाइल्स का इलाज आपके हाथ में है और थोड़ा सा ध्यान देकर आप इसे बिना ऑपरेशन के भी ठीक कर सकते हैं। अपने शरीर की सुनें, सही खानपान अपनाएं और नियमित रूप से हल्की फुल्की एक्सरसाइज करें। 

अगर आप इस दिशा में लगातार प्रयास करेंगे तो दो महीने के अंदर ही आपको परिणाम नजर आने लगेंगे। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप पाइल्स जैसी समस्या से हमेशा के लिए मुक्त हो सकते हैं।

यदि आपको यह जानकारी मददगार लगी हो तो इसे अपने परिवार और दोस्तों के साथ जरूर साझा करें ताकि वे भी इस समस्या से छुटकारा पा सकें। स्वस्थ रहें, खुश रहें!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

  1. क्या पाइल्स का इलाज सिर्फ खानपान से संभव है?

    जी हां, शुरुआती स्टेज में सही खानपान और जीवनशैली सुधार से पाइल्स पूरी तरह ठीक हो सकता है। अगर समस्या ज्यादा बढ़ जाए तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

  2. क्या पाइल्स में फ्राइड फूड बिलकुल बंद करना चाहिए?

    कम से कम दो महीने के लिए फ्राइड फूड का सेवन बंद करना चाहिए ताकि आंतों की सूजन कम हो और मल नरम रहे।

  3. पाइल्स में कौन से फल सबसे ज्यादा फायदेमंद हैं?

    सेब, नाशपाती, अंजीर, खजूर, मुनक्का और पका हुआ केला पाइल्स में बहुत लाभकारी होते हैं।

  4. क्या आयुर्वेदिक उपचार से पाइल्स पूरी तरह ठीक हो सकता है?

    हां, आयुर्वेदिक दवाएं और घरेलू उपचार जैसे नारियल की जटाओं की भस्म के साथ सही खानपान से पाइल्स का स्थायी इलाज संभव है।

  5. क्या पाइल्स के दौरान छाछ पीना सुरक्षित है?

    बिल्कुल, छाछ पाइल्स में बहुत फायदेमंद होती है क्योंकि यह आंतों को लुब्रिकेट करती है और मल को नरम बनाती है।

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